एक डरपोक गोरी खुशी में अपना नाम जानने के लिए उत्सुक होकर एक प्रसिद्ध आदमी से मिलती है। अपनी छिपी हुई इच्छाओं को उजागर करते हुए, वह कुशलता से उसके शरीर की खोज करता है। उसकी निपुणता उसकी सांसें रोक देती है और अंत में, वह उसकी वास्तविक पहचान को समझ जाती है।