जैसे ही रात हुई, मेरी लालसा बढ़ गई.मैंने अपने सौतेले बेटे तारा को अपने कमरे में बुलाया.एक चिढ़ाने वाले स्पर्श के साथ, मैंने अपने अरमानों को पूरा किया, उसे एक गहरे, भावुक आलिंगन में समा लिया.उसकी कराहें कमरे में भर गईं क्योंकि मैंने उसे बेलगाम जुनून से खुश किया था.