जूलिया ऐन, एक उमस भरी नर्स, अपने मरीज को बहकाती है और मोज़ा पहने हुए होती है। वह कुशलता से उसे मौखिक रूप से सेवा देती है, फिर उत्सुकता से उस पर चढ़ जाती है। जैसे ही वह उसे पीछे से ले जाता है, उसकी कराहें तेज़ हो जाती हैं, जिसका समापन एक आनंददायक चरमोत्कर्ष में होता है।