एक सौतेली बेटी की कष्टप्रद सौतेली माँ लगातार उसके अकेले समय में बाधा डालती है, जिससे गर्म आदान-प्रदान होता है। देर रात के टकराव से अप्रत्याशित समलैंगिक मुठभेड़ होती है, जिससे लंबे समय तक बढ़ती इच्छाओं को प्रज्वलित किया जाता है। उम्र का अंतर और वर्जित उनकी तीव्र, भावुक मुलाकात को बढ़ावा देता है।